देश में कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए महाराष्ट्र तेजी से अच्छे इंतजाम करने में लगी हुई है। ऐसे में अब महाराष्ट्र में कोरोना का असर कम दिखने लगा है। इसी को देखते हुए राज्य और खास तौर से मुंबई द्वारा किए गए कोरोना विरोधी कामों की तारीफ सुप्रीम कोर्ट ने की है। अब इसी के बारे में बोलते हुए शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने महाविकास आघाडी सरकार से अन्य राज्यों की सरकारों की तुलना की। उन्होंने हाल ही में एक बातचीत में कहा कि, ”शिवसेना जैसा काम दूसरी पार्टियों से हुआ नहीं। इसलिए अन्य राज्यों में आपको चिताएं जलती हुई दिखाई दे रही है।”
इसी के साथ देश के सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुंबई की कोरोना के खिलाफ लड़ाई की तारीफ के मुद्दे पर बोलते हुए संजय राउत ने कहा कि, ”हमने अभी-अभी आदित्य ठाकरे के साथ पुणे में तीन कोरोना केंद्रों का उद्घाटन किया। ये सरकारी केंद्र नहीं हैं। ये शिवसेना की तरफ से तैयार किए गए हैं। महाराष्ट्र की स्थिति आज बेहतर क्यों है? क्योंकि सरकार के समांतर ऐसे कोरोना केंद्र और कार्यक्रम हमारे कार्यकर्ता तैयार किया करते हैं। इससे सरकार का बोझ भी कम होता है। ऐसा अन्य राज्यों में नहीं हो पाया। शिवसेना की तरह का काम दूसरी पार्टियों से नहीं हो पाने की वजह से ही अन्य राज्यों में आज चिताएं जलती हुई दिखाई दे रही हैं और कब्रिस्तान में भी जगह नहीं बची है।”
आगे संजय राउत नेयह भी कहा कि, ”महाराष्ट्र पैटर्न या महाराष्ट्र मॉडल जैसी मिसालें दी जाती हैं। इसी का उल्लेख करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने भी हमारे काम की तारीफ की है। महाराष्ट्र ने अब तक खुद की लड़ाई खुद के दम पर लड़ी है। इसका श्रेय बिल्कुल राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके सहयोगियों को दिया जाना चाहिए।” वही दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने बार-बार यह आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार खास कर मुंबई के मृतकों के आंकड़े छुपा रही है। इस बारे में संजय राउत ने कहा, ”देवेंद्र फडणवीस विपक्षी नेता हैं। इस तरह का वक्तव्य देना विपक्ष के कामों का एक हिस्सा है। उनके आरोपों का उत्तर प्रधानमंत्री द्वारा किए गए वक्तव्य से मिल गया है। प्रधानमंत्री जी ने कोविड की दूसरी लहर से डट कर मुकाबला करने में महाराष्ट्र की तारीफ की है।”