बिहार के जमुई जिले के सदर हॉस्पिटल में बीते एक वर्ष से देश में बढ़ती कोविड महामारी के बीच ‘पीएम केयर्स फंड’ के तहत छह वेंटिलेटर मुहैया कराए गए, जोकि अभी तक यूज नहीं हुए है। सदर हॉस्पिटल के एक अधिकारी ने अब सफाई देते हुए बोला है कि इन वेंटिलेटरों को संचालित करने के लिए कोई तकनीशियन उपलब्ध नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में कोविड संक्रमण में स्पाइक के मध्य इस हॉस्पिटल में वेंटिलेटर बिना किसी यूज के पड़े हैं।
यह केवल यहां का केस नहीं है, बल्कि राज्य के कई अन्य सदर हॉस्पिटल को भी पीएम केयर्स के द्वारा खरीदे गए वेंटिलेटर मिले हैं। उन्होंने बोला कि तकनीशियनों की अनुपस्थिति में ये वेंटिलेटर काम करना बंद कर दिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि बीते 24 घंटों में बिहार में कोविड संक्रमण की वजह से100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। वायरल बीमारी से अधिक लोगों के मरने के साथ राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 4,439 हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीते दिन से अब तक 103 लोगों की जान जा चुकी है, जो हफ्ते के दौरान यह तीसरा मौका है, जब राज्य में तीन अंकों में मौत हुई है। राज्य में नए मामलों में गिरावट देखने को मिली है, जिसमें 4,375 लोग कोरोना वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण कर रहे थे, क्योंकि माह की शुरुआत में यह दैनिक आधार पर 10,000 मामलों की रिपोर्ट कर रहा है।
इससे ठीक होने की दर भी बढ़ गई है और 92 फीसद को पार कर गई है, जबकि सक्रिय केसलोड जो कुछ सप्ताह पहले तक 100000 से अधिक था, अब 44,907 है। 1 वर्ष से अधिक वक़्त के पहले महामारी के प्रकोप के उपरांत से राज्य में कुल 6.85 लाख लोगों ने पॉजिटिव परीक्षण किया है। इनमें से 6.36 लाख ठीक हो चुके हैं।