19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र आरम्भ होने तथा 13 अगस्त को खत्म होने की आशंका है। सूत्रों ने मंगलवार को इस बात की खबर दी। सूत्रों ने कहा कि लगभग एक माह तक चलने वाले मानसून सत्र के चलते 20 बैठकें होने की आशंका है। सामान्य रूप से संसद का मानसून सत्र जुलाई के तीसरे हफ्ते से आरम्भ होता है तथा स्वतंत्रता दिवस से पहले ख़त्म होता है।
संसदीय मामलों संबंधी मंत्रिमंडल समिति ने इस सत्र की अवधि को लेकर गुजारिश की है। उन्होंने कहा कि सत्र के चलते संसद परिसर में कोरोना से संबंधित सभी प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। राज्यसभा सचिवालय के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, कम से कम 179 राज्यसभा सदस्यों को संसद के मानसून सत्र से पहले पूरी प्रकार से कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
संसद के मानसून सत्र को लेकर सरकार की तैयारियां जोरों पर हैं। सरकार ने सत्र के चलते पारित होने के लिए प्रमुख विधेयकों की रूपरेखा तैयार कर ली है। इनमें प्रमुख हवाई अड्डों को नामित करने के लिए एक विधेयक, माता-पिता तथा सीनियर नागरिकों के कल्याण के लिए प्रस्तावित कानून, बाल संरक्षण प्रणाली को मजबूत करना तथा एक अंतरराज्यीय नदी जल विवाद निवारण समिति की स्थापना विधेयक सम्मिलित हैं। कोरोना महामारी ने मार्च 2020 से संसद सत्र को प्रभावित किया था। संसद के बीते तीन सत्रों को बीच में ही खत्म करना पड़ा, जबकि सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे की वजह से 2020 का पूरा शीतकालीन सत्र स्थगित कर दिया गया था।