महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बीते शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में कहा कि, ”भ्रष्टाचार के कथित आरोप में उनके खिलाफ चल रही सीबीआई जांच गैर कानूनी है।” केवल यही नहीं बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि, ”यहां तक 26/11 आतंकवादी हमले के दोषी अजमल कसाब को भी कानून के शासन का लाभ मिला मिला था।”
जी दरअसल अनिल देशमुख की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अमित देसाई ने अदालत में कहा कि, ”सीबीआई जांच की शुरुआत अप्रैल में हाई कोर्ट के आदेश से शुरू हुई लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता को अभियोजित करने से पहले राज्य सरकार की मंजूरी नहीं ली, जबकि उस समय वह लोकसेवक थे।” आगे अधिवक्ता अमित देसाई ने यह भी कहा कि, ”मंजूरी के बिना देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और कदाचार की जांच ‘गैरकानूनी’ है।”
वहीं जस्टिस एसएस शिंदे और जस्टिस एनएम जामदार की पीठ के समक्ष जिरह करते हुए अधिवक्ता अमित देसाई ने कहा, ”आप भावनाओं को किनारे कर सकते हैं लेकिन हम प्रक्रिया और कानून के राज की अनदेखी नहीं कर सकते। यहां तक कसाब जैसे व्यक्ति को भी इस देश के कानून के राज का लाभ मिला। इस देश में प्रत्येक को कानूनी प्रक्रिया का लाभ मिलता है।”