ओसामा बिन लादेन का जन्म सऊदी अरब के एक बहुत ही अमीर और मॉर्डन परिवार में 10 मार्च 1957 को हुआ था। लेकिन क्या आप जानते है उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी खास बात जो आज भी शायद किसी को नहीं पता है। तो चलिए जानते है।
क्या आप जानते है कि ओसामा बिन लादेन को दुनियाभर के अधिकांश लोग लादेन के नाम से ही जानते है। लेकिन असल में उनका पूरा नाम ओसामा था, और बिन लादेन को वह अपने सरनेम की तरह उपयोग किया करते थे। ओसामा बिन लादेन के पिता मोहम्मद बिन लादेन सऊदी अर्ब के सबसे अमीर, और प्रभावशाली बिजनेसमैन में से एक थे। ओसामा बचपन में अपने 50 भाई-बहन में से एक मॉर्डन ख्यालात के व्यक्ति माने जाते थे। 1970 के दसक में ओसामा बिन लादेन ने सऊदी अरब के एक रहीस महाविद्यालय से अपनी डिग्री हासिल की। जिसके बाद उनका लगाव उनके ही फैमिली बिज़नेस की और झुकने लगा। उसी समय ओसामा बिन लादेन ने एक सीरिया लड़की से शादी की, और अपने दोस्तों के बीच मॉर्डन जिंदगी बिताना शुरू कर दिया।
कुछ समय बाद उनकी मुलाकात मुश्लिम कॉलेज के एक प्रोफ़ेसर से हुई, जो कि मुस्लिम के मौजूदा हालत के बारें में पढ़ाया करते थे, और ओसामा बिन लादेन का हमेशा से ही मुस्लिम लोगों के हित की रक्षा करना था, जिसके बाद से उन्होंने अफगानिस्तान में जाकर रशिया के विरुद्ध प्रदर्शन करना चाहते है। कहा जाता है कि जब वह यह सोच ही रहे थे तब रशिया ने अफगान पर कब्ज़ा कर लिया। जिसके बाद ही ओसामा बिन लादेन ने रशिया जाकर अफगान के पक्ष में लड़ाई शुरू कर दी। और यह भी कहा जाता है कि यही वह वक़्त था जब अमेरिका ने रशिया से लड़ने के लिए तालिबान के साथ गठन किया। इसी दौरान ओसामा बिन लादेन ने अपनी एक अलकायदा नामक संगठन की स्थापना की। मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका ने तालिबान के साथ मिलकर रशिया पर कब्ज़ा कर लिया। और इस जीत के लिए उनको हीरो माना जाने लगा।