भाजपा जिला पंचायत की 15 सीटों पर कब्जा करने के बाद अध्यक्ष पद के लिए तैयार है, लेकिन कांग्रेस भी आसानी से हार नहीं मानेगा है। वैसे आपको बता दें ,कांग्रेस ने इस बार प्रत्याशी घोषित नहीं किए थे, लेकिन रिजल्ट के बाद वह 11 सदस्यों पर अपना दावा जता रही है। ऐसे में कांग्रेस, भाजपा के जीत के बिच में आने का पूरा जोर लगाती दिख रही है।भाजपा ने इस बार 30 में से 28 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए थे। इनमें से 15 प्रत्याशी जीते हैं। , बाकी दो सीटों हरिपुर कलां और जस्सोवाला से जीते प्रत्याशियों को भी भाजपा अपनी विचारधारा वाला बता रही है। जानकारी के लिए बता दें की,17 के आंकड़े के साथ भाजपा की अध्यक्ष पद पर जीत हांसिल करना आसान दिख रहा है।सूत्रों के मुताबिक अध्यक्ष पद पर भाजपा निर्विरोध भी काबिज हो सकती है। इसे लेकर निर्दलीयों से बातें भी शुरू हो चुकी है।
कांग्रेस का 11 सीटों पर दावा
यहाँ ,कांग्रेस ने भले ही एक भी प्रत्याशी घोषित न किया हो, लेकिन परिणामों के बाद दावा 11 सीटों पर है। कांग्रेस दावा कर रही है कि ये सभी प्रत्याशी लम्बे समय से कांग्रेस के साथ जुड़े रहे हैं, लिहाजा उनका सीधा संपर्क पार्टी के साथ है। कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों का कहना है कि उनका इस बात पर जोर रहेगा कि भाजपा का प्रत्याशी निर्विरोध घोषित न हो सके। जहा तक है, वे भाजपा को पूरी टक्कर देंगे।
भाजपा और कांग्रेस का दावा
भाजपा से बराबरी के लिए कांग्रेस 11 सीटों पर अपना दावा कर रही है। इस तरह यदि कांग्रेस बाकी चार निर्दलियों को अपने पाले में मिलाना होगा। लेकिन, इसके बदले भाजपा को बस थोड़ा ही जोर लगाना होगा। यानी यदि भाजपा एक भी निर्दलीय को अपने साथ ले आती है तो अध्यक्ष की कुर्सी कब्जाने में कामयाब हो जाएगी। भाजपा का 20 पर दावा लेकिन घोषित प्रत्याशी भाजपा के 11 जीते हैं। भाजपा के पदाधिकारियों का कहना है कि निर्दलियों में से ज्यादातर उनकी पार्टी की विचारधारा वाले हैं। जबकि, दो सीटें ओपन थी, जिन पर उनकी पार्टी के मेंबर ही जीते हैं।