अगले साल होने वाले ओलिंपिक क्वालिफायर को लेकर भारत में विवाद बढ़ता जा रहा है। भारतीय टीम में चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए एक महिला मुक्केबाज निखत जरीन खेल मंत्रालय के चौखट तक पहुंच गई हैं। इस मुद्द पर उनका समर्थऩ भारत के इकलौते ओलिंपिक व्यक्तिगत गोल्ड मेडल विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने भी किया है। उन्होंने भारतीय टीम का चयन करने से पहले निखत जरीन की मुक्केबाज एम सी मैरीकॉम के खिलाफ ट्रायल की मांग का समर्थन किया।
जरीन की मांग को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने ठुकराया
पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन मुक्केबाज जरीन की विश्व चैम्पियनशिप के लिये ट्रायल की मांग भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने ठुकरा दी थी। उन्होंने खेलमंत्री किरण रीजीजू को पत्र लिखकर ओलिंपिक क्वालिफायर के लिये टीम में जगह पाने का उचित मौका दिये जाने की मांग की। बिंद्रा ने ट्वीट किया ,‘मैरीकॉम का मैं पूरा सम्मान करता हूं लेकिन खिलाड़ी को अपने करियर में बार बार सबूत देने पड़ते हैं। यह सबूत कि हम आज भी कल की तरह खेल सकते हैं। कल से बेहतर और आने वाले कल से बेहतर। खेल में बीता हुआ कल मायने नहीं रखता।
जेएसडब्ल्यू से जुड़े बिंद्रा और जरीन
बिंद्रा और जरीन दोनों जेएसडब्ल्यू से जुड़े हैं। मैरीकॉम ने 51 किलो वर्ग में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता है। बीएफआई अब उन्हें चीन में ओलिंपिक क्वालिफायर भेजना चाहता है। निखत जरीन ने खेल मंत्री किरेन रीजीजू को पत्र लिखकर अगले साल होने वाले ओलिंपिक क्वालिफायर्स के लिए भारतीय टीम का चयन करने से पहले एम सी मैरीकॉम के खिलाफ ट्रायल मुकाबला करवाने की मांग की है।