केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने मुक्केबाज निकहत जरीन के खत पर बयान दिया है। निकहत जरीन ने खेल मंत्री को एमसी मैरीकॉम के खिलाफ ट्रायल मुकाबला कराने की मांग की थी। इस पर उन्होंने कहा कि वह महासंघ को केवल देश और खिलाड़ियों के हित में सर्वश्रेष्ठ फैसला करने के लिए कह सकते हैं। जरीन ने गुरुवार को रिजिजू को पत्र लिखकर चीन में अगले साल होने वाले ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए भारतीय टीम के चयन से पहले मैरीकॉम के खिलाफ ट्रायल मुकाबला आयोजित करने की मांग की थी।
जरीन ने लिखा था खत
इससे पहले भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने कहा था कि मैरीकॉम (51 किग्रा) के हाल में रूस में विश्व चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए वह छह बार की विश्व चैंपियन को चुनने का इरादा रखता है। इसके बाद ही जरीन ने यह खत लिखा। खेल मंत्री ने जरीन के खत के जवाब में कहा, ‘मैं निश्चित तौर पर मुक्केबाजी महासंघ को देश, खेल और खिलाड़ियों के सर्वश्रेष्ठ हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला करने के लिये कहूंगा।
बीएफआई के फैसले के अनुसार चलेंगी मैरीकॉम
मंत्री को हालांकि खेल संघों द्वारा खिलाड़ियों के चयन में शामिल नहीं होना चाहिए क्योंकि खेल संघ ओलिंपिक चार्टर के मुताबिक स्वायत्त हैं। मैरीकॉम ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह बीएफआई के फैसले के अनुसार चलेगी। बीएफआई ने पहले कहा था कि विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक विजेता मुक्केबाजों का ही ओलिंपिक क्वालिफायर के लिये सीधे चयन होगा।बता दें कि इस मसले पर स्टार निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने भी जरीन का समर्थऩ किया है।