दिल्ली नगर निगम सिविल लाइन्स क्षेत्र शिक्षा विभाग द्वारा कबाड़ से जुगाड़ प्रदर्शनी का सफल आयोजन
होनहार बच्चों ने कर दिया कमाल
जय भारत न्यूज़
हरीश तोमर वरिष्ठ संवाददाता
जंहागीर पुरी दिल्ली :- दिल्ली नगर निगम, शिक्षा विभाग, शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सहज एवं आनंददायी बनाने की दिशा में अनेक नवाचार कर रहा है। इसके लिए शिक्षा निदेशक श्री विकास त्रिपाठी जी ने बुधवार को ‘एक्टिविटी डे के रूप में मनाने का निर्देश लागू कर विद्यार्थियों को बस्ते के बोझ से मुक्त रखा है। सिविल लाइन्स क्षेत्र के विद्यालयों के अनेक विद्यार्थियों ने इसी के तहत खराब और बेकार पड़े कागज लकड़ी, लोहा, प्लास्टिक, सूत, जूट, गत्ता आदि से अत्यन्त आकर्षक, उपयोगी, महत्वपूर्ण सजावटी व सुंदर सामान बनाकर तैयार किया था। सहायक निदेशक, शिक्षा सि.ला. क्षेत्र श्रीमती नीलम कुमारी जी ने मेंटोर अध्यापकों के साथ योजना बनाकर प्रतिभाशाली बच्चों के इस कौशल को प्रदर्शित करने के लिये प्रदर्शनी आयोजित करने का निश्चय किया शिक्षा विभाग सि. लो क्षेत्र की इस दो दिवसीय प्रदर्शनी ‘कबाड़ से जुगाड प्रदर्शनी का उद्घाटन क्षेत्र की उपायुक्तसुश्री डॉक्टरएंजल भाटी चौहान, आई. ए.एस .के कर कमलों द्वारा 26.8.2022 को नि.प्रा.बि. संतरविदासनगर (ज.पुरी) EE-ब्लॉक के सभागार में प्रातः 10:00 बजे किया गया जिसमें उद्घाटन की अनूठी एवम प्राचीन परंपरा तोता टांगकर शुभारम्भ देखने को मिली । उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए प्रदर्शनी का अवलोकन किया एवं उनके कौशल और सृजनात्मकता की अत्यन्त प्रशंसा की । बच्चों ने say NO to Single use plastic पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इस प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण सेल्फी पाईंट, केन्द्रीय थीम पर आधारित रंगोली, परमानंद कालोनी विद्यालय का छात्र राकेश जिसे नन्हा इंजीनियर भी कहते हैं, द्वारा बनाये गये इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कूलर, पंखा स्पीकर प्लास्टिक के गिलासों से बना झूमर, फूलदान तोता, कोयल आदि गत्ते, कागज से बनी | सिविल लाइंस क्षेत्र के सभी विद्यालय निरीक्षकों, विद्यालय प्रमुखों, शिक्षकों, तीसरी, चौथी और पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियो के साथ साथ अनेक अभिभावकों ने भी इस अभिनव प्रदर्शनी का अवलोकन कर शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए ऐसे अन्य सराहनीय कार्य करने की आवश्यकता बताई। क्षेत्र की सहायक निदेशक शिक्षा द्वारा सभी अतिथियों को प्लांट पोट देकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। उन्होंने सभी सहभागियों का धन्यवाद् किया। ढोलक, तराजू,,,शिवलिंग, विभिन्न प्रकार के घर, स्कूल कुआं, बॉल हैंगिंग, पेन स्टैंड साबुनदानी,चटाई, यातायात के साधन, प्रयुक्त टिश्यू पेपर से बने सुंदर फूल ,जूट के आभूषण, आजादी के अमृत महोत्सव पर तिरंगा, टोपी, राखियाँ, वैज लालकिला की प्रतिकृति सभी आगंतुकों के लिए अपनी सृजनात्मकता दिखाने के लिए एक मेज पर क्ले यानी मिट्टी से आकृतियाँ बनाकर आनंद लेना आदि प्रमुख रहे। इस प्रदर्शनी का अवलोकन कर विभिन्न अतिथियों ने इसकी अनोखी पहल की अत्यंत सराहना की, जिनमें श्रीमती सुजाता मलिक उपनिदेशक शिक्षा केशवपुरम क्षेत्र, श्रीमती राजकुमारी जी, सहायक निदेशक शिक्षा मुख्यालय,अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध 94वर्षीयादादी भगवानी देवी जी, व उनके पौत्र अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी अध्यापक श्री विकास डागर जी ऐस. सी. ई. आर. टी में वरिष्ठ व्याख्याता डॉक्टर रामकिशन, सिला क्षेत्र में बैटरिनरी को समारोह पूर्वक राष्ट्रगान के साथ यह सफल प्रदर्शनी संपन्न हुई। शिक्षा विभाग से शिव पाल सिंह चौहान ने बेहतर मंच संचालन कर प्रदर्शनी को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई ||