देश के कई हिस्सों में कोविड-19 से जुड़े नियमों को ताक पर रख दिया गया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि कि लोग तीसरी लहर से जुड़ी बातों को मौसम की अपडेट की तरह देख रहे हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को इस मसले पर बोलना पड़ा। हिल स्टेशंस से लेकर बाजारों में खासी भीड़ उमड़ रही है और सावधानियों का पालन भी नहीं हो रहा है। दूसरी तरफ, एक शीर्ष वैज्ञानिक का कहना है कि भारत में तीसरी लहर 4 जुलाई से शुरू हो चुकी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने एक बयान में कहा कि तीसरी लहर बस आने ही वाली है।हालांकि सरकार अभी ऐसा नहीं मान रही है।
